नया आधार ऐप लॉन्च: फेस आईडी और QR कोड फीचर्स के साथ पूरी जानकारी

by eMag360

भारत सरकार ने एक नए आधार ऐप की शुरुआत की है, जो देश के डिजिटल पहचान तंत्र को और मजबूत करने का वादा करता है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के नेतृत्व में शुरू किया गया यह ऐप, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के सहयोग से बनाया गया है। यह नया कदम आधार को पूरी तरह कागज रहित और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ी छलांग है। आइए जानते हैं कि यह ऐप क्या खास लाता है और यह आम लोगों के लिए कैसे उपयोगी होगा।

क्या है नया आधार ऐप?

यह ऐप आधार कार्ड को आपकी जेब में एक डिजिटल वॉलेट की तरह बदल देता है। अब आपको प्लास्टिक कार्ड या उसकी फोटोकॉपी साथ रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके दो सबसे बड़े आकर्षण हैं – चेहरा पहचान (Face ID) और QR कोड सत्यापन। ये सुविधाएं न केवल आपकी पहचान को सुरक्षित रखेंगी, बल्कि इसे इस्तेमाल करना भी UPI पेमेंट जितना आसान बना देंगी।

खास विशेषताएं

  1. चेहरा पहचान तकनीक: इस ऐप से आप अपने चेहरे की स्कैनिंग के जरिए अपनी पहचान सत्यापित कर सकते हैं। यह बायोमेट्रिक सुविधा सुनिश्चित करती है कि कोई और आपके आधार का गलत इस्तेमाल न कर सके।
  2. QR कोड की ताकत: होटल में चेक-इन करना हो, बैंक में काम हो या हवाई यात्रा के लिए सत्यापन, बस एक QR कोड स्कैन करें और काम हो जाएगा। यह तेज, सुरक्षित और कागज रहित है।
  3. निजता पर नियंत्रण: आपकी जानकारी आपके फोन में सुरक्षित रहती है। आप तय करते हैं कि कब और किसके साथ क्या शेयर करना है। फोटोकॉपी देने का झंझट खत्म!
  4. पूरी तरह डिजिटल: यह सिस्टम 100% डिजिटल है। सत्यापन के लिए बस एक स्कैन या ऐप का इस्तेमाल, और आपका काम पूरा।

कैसे काम करता है?

सबसे पहले, आपको यह ऐप डाउनलोड करना होगा (जो जल्द ही Google Play Store और Apple App Store पर उपलब्ध होगा)। अपने आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल पर आए OTP से लॉगिन करें। इसके बाद, जब भी सत्यापन की जरूरत हो, आप या तो QR कोड स्कैन कर सकते हैं या Face ID का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह UIDAI के डेटाबेस से तुरंत आपकी पहचान जांच लेगा।

फायदे क्या हैं?

  • आसानी: कागज ढोने की जरूरत नहीं, सब कुछ आपके फोन में।
  • सुरक्षा: चेहरा पहचान और सीमित डेटा शेयरिंग से धोखाधड़ी का खतरा कम।
  • गति: सत्यापन में लगने वाला समय अब सेकंडों में सिमट जाएगा।
  • गोपनीयता: आपकी जानकारी आपके हाथ में, आपकी मर्जी से शेयर होगी।

अभी कहां तक पहुंचा?

फिलहाल यह ऐप बीटा टेस्टिंग में है। 8 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली में हुए “आधार संवाद” कार्यक्रम में इसे चुनिंदा लोगों के लिए लॉन्च किया गया। टेस्टिंग के बाद मिले फीडबैक के आधार पर इसे जल्द ही सभी के लिए खोल दिया जाएगा। मंत्री वैष्णव ने कहा, “जैसे UPI ने भुगतान को आसान बनाया, वैसे ही यह ऐप आधार सत्यापन को हर जगह आम बना देगा।”

क्यों है यह खास?

यह ऐप भारत के डिजिटल ढांचे का एक नया अध्याय है। आधार पहले से ही हमारी पहचान का आधार रहा है, लेकिन अब यह डिजिटल दुनिया में एक कदम आगे बढ़ गया है। कागजों का बोझ हटेगा, डेटा सुरक्षित रहेगा और रोजमर्रा के काम तेजी से होंगे। यह नया आधार ऐप न सिर्फ तकनीक का कमाल है, बल्कि आम आदमी की जिंदगी को आसान बनाने का एक वादा भी है।

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